मनोज शुक्ला@वाड्रफनगर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 हेतु जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 03 क्षेत्र सुलसुली (अनुसूचित जनजाति मुक्त ) सीट से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव/ सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता रामदेव जगते के द्वारा विगत कई महीनों से सामाजिक संगठन, जनप्रतिनिधि, व्यापारी, छात्रसंघ, खिलाड़ियों, गणमान्य नागरिकों,किसानों, महिलाओं, युवाओं, कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों से डोर टू डोर सघन जन संपर्क जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने के क्षेत्र के लोगों से राय सुमारी ले रहे है। रामदेव जगते जनपद पंचायत में विकास खंड समन्वयक ( एस बी एम) की नौकरी छोड़ इसके पूर्व कोगवार (अ ज जा मुक्त) क्षेत्र की सीट से भी पूर्व में वर्ष 2020 में चुनाव लड़ चुके है। जिसमें इनके द्वारा अपने नजदीकी प्रतिद्वंदी वर्तमान सरकार में आदिवासी मंत्री रामविचार नेताम की धर्म पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा नेताम जी से चुनाव लड़े थे जिसमें उन्हें महज 6 वोटो से हार का सामना करना पड़ा। हालाकी रामदेव जगते जी के द्वारा पिछला चुनाव में मिली हार को हार नहीं मानते उनका कहना है कि मुझे पिछली सरकार में शासन, प्रशासन की मिली भगत से कूटरचित फर्जी दस्तावेज से छेड़खानी कर उन्हें हराया गया। जिसका याचिका आज भी संचालक पंचायत रायपुर में अंतिम निर्णय लंबित है।तमाम पेशी में ,साक्ष्य,गवाह पेश होने व अंतिम कोशिशों के बावजूद भी अंतिम निर्णय पारित हुआ। रामदेव जगते जी के द्वारा बतलाया गया कि मैने न किसी से डरा,न बिका, न झुका न्याय के लिए अंतिम समय तक लड़ाई लड़ रहा हु पर न्याय नहीं मिला आपसोस जाहिर इस बात की है कि कोगवार क्षेत्र की जनता का सेवा करने का अवसर नहीं मिला। उनका शुक्रगुजार हु। जीत को हार में घटित किया गया। ऐसी घटना लोकतंत्र की सबसे बड़ी हत्या है। ऐसे संगीन मामलों पर राज्य निर्वाचन आयोग को गंभीरता पूर्वक संज्ञान लेना चाहिए। हालांकि अब तो आचार संहिता लगने को है।पुनः आगामी त्रिस्तरीय चुनाव की आरक्षण की प्रक्रिया अभी हाल ही में संपन्न हुई है। रामदेव जगते ने हार नहीं मानी एक साजिश की तरह पुनः जिला बलरामपुर में पूर्व की कुछ ही जिला पंचायतों की क्षेत्रों को परिसीमन किया गया।जिसमें जगते जी के पूर्व का कोगवार क्षेत्र को जिसमें पिछले बार जिला पंचायत का क्षेत्र लड़े थे। नए परिसीमन में अनुसूचित जाति (महिला) सीट बन चुकी है। जगते जी को जैसे ही जानकारी मिली की सीट को बदली जा सकती है। जगते जी सुलसुली क्षेत्र के अनुसूचित मुक्त सिट पर कई महीनों से सघन क्षेत्रों का दौरा कर सभी वर्ग समुदाय से भेंट मुलाकात कर चुनाव लड़ने हेतु सभी वर्गों का रॉय सुमारी ले रहे है। रामदेव जगते का मानना है और सोशल मीडिया के माध्यम से देखने को मिल रहा है कि उनको आगामी चुनाव में इनको भरपूर सहयोग, प्यार आशीर्वाद मिल रही है और निश्चित ही अपकी बार सुलसुली क्षेत्र से जीत निश्चित है। जगते जी के द्वारा कई सामाजिक संगठन कांग्रेस पार्टी में छात्र संघ से लेकर बूथ, सेक्टर, जोन, ब्लॉक, जिला क्षेत्र में काम कर चुके है। वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव व सर्व आदिवासी समाज,गोंड समाज, व कई संगठन जुड़कर क्षेत्र के लोगों के सर्वांगीण विकास हेतु दिन प्रतिदिन नए कार्य कर रहे है। उनका मानना है अगर उन्हें जिला पंचायत सदस्य के रूप में नई जिम्मेदारी मिली तो निश्चित ही क्षेत्र के सर्वांगीण विकास हेतु कार्य करेंगे। इनके परिवार के कई लोग जनप्रतिनिधि के रूप में पंचायती राज में काम कर चुके है। इनकी पत्नी श्रीमती देवीसोनम सिंह भी ग्राम पंचायत महेवा की सरपंच व सरपंच संघ के अध्यक्ष जनपद पंचायत वाड्रफनगर के पद पर रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे है। इनको पंचायती राज के बारे मे बहुत जानकारी है। जिसका लाभ इनके जिला पंचायत सदस्य बनते ही क्षेत्र के लोगों को मिलेगा। अब देखना ये है कि आगामी जिला पंचायत चुनाव में ऐसे नेतृत्व क्षमता के धनी, शिक्षित, मिलनसार, ईमानदार युवा जन सेवक रामदेव जगते को सुलसुली क्षेत्र की जनता आपकी बार जिला पंचायत सदस्य के रूप में इनको क्षेत्र का नेतृत्व करने हेतु जिला पंचायत सदस्य के रूप में भारी मतों से विजयी बनाती है की नहीं।